Monday, June 24, 2019
Sunday, June 16, 2019
अकेला
हम खुशियो के रास्तो में कुछ इस कदर कांटे बोते रहे,
कभी जाने में तो कभी अनजाने में दोस्तो को खोते रहे।
अकेलेपन में जब खुद को डूबते देख खोजने निकला दोस्ती का शाया,
कमबख्त बदनाम मयखाने में भी खुद को अकेला पाया।।
#dev
Saturday, June 15, 2019
मजबूरी
जिंदगी के किताब की,
ना जाने क्यों हर कहानी अधूरी सी है।
ना जाने क्यों हर कहानी अधूरी सी है।
खुद में खुद को नही खोज पा रहा,
क्यो महसूस हो रही खुद से इतनी दूरी सी है।
क्यो महसूस हो रही खुद से इतनी दूरी सी है।
संभल नही पा रहा हु इन वीरान राहों में,
क्यो हर वक्त तेरा साथ जरूरी सी है।
क्यो हर वक्त तेरा साथ जरूरी सी है।
तुझे खोता देख, भर जाती है ये आंखे मेरी,
पता नही क्यो तेरे सामने मुस्कुराना दिल की मजबूरी सी है।
पता नही क्यो तेरे सामने मुस्कुराना दिल की मजबूरी सी है।
अच्छा होता।।
सपनो में आज भी बाते होती है तुझसे मेरी,
दूरिया वहां भी बना लेते, तो अच्छा होता।
यू तो रूबरू होते नही मुझसे कभी,
ख्यालो में भी न आते, तो अच्छा होता।
बेरंग और वीरान लगती है ये दुनिया अब तो,
इस दिल को तुम न भाते तो अच्छा होता।
हो गयी है मुझे मोहब्बत, मेरी ही शायरियों से,
ना होता इसके हर लब्ज में छुपा तेरा नाम, तो अच्छा होता।।
#Dev
दूरिया वहां भी बना लेते, तो अच्छा होता।
यू तो रूबरू होते नही मुझसे कभी,
ख्यालो में भी न आते, तो अच्छा होता।
बेरंग और वीरान लगती है ये दुनिया अब तो,
इस दिल को तुम न भाते तो अच्छा होता।
हो गयी है मुझे मोहब्बत, मेरी ही शायरियों से,
ना होता इसके हर लब्ज में छुपा तेरा नाम, तो अच्छा होता।।
#Dev
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