सपनो में आज भी बाते होती है तुझसे मेरी,
दूरिया वहां भी बना लेते, तो अच्छा होता।
यू तो रूबरू होते नही मुझसे कभी,
ख्यालो में भी न आते, तो अच्छा होता।
बेरंग और वीरान लगती है ये दुनिया अब तो,
इस दिल को तुम न भाते तो अच्छा होता।
हो गयी है मुझे मोहब्बत, मेरी ही शायरियों से,
ना होता इसके हर लब्ज में छुपा तेरा नाम, तो अच्छा होता।।
#Dev
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