शायद ये उनकी अदा है जान लेने की ,
वरना यू नजरे झुका के मुस्कुराती न वो।
वरना यू नजरे झुका के मुस्कुराती न वो।
कहती भी कुछ नही और शोर भी मचा जाती है ,
जब थोड़ी सी पलके उठा के यू झुकाती है वो।
जब थोड़ी सी पलके उठा के यू झुकाती है वो।
दिन का क्या रात का सुकून भी ले लेती है ,
जब बन्द आंखों के सामने , मुस्कुराती है वो।
देव
😋
जब बन्द आंखों के सामने , मुस्कुराती है वो।
देव
😋
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