Devchandra Thakur
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Tuesday, April 24, 2018
जिंदगी उस बेजुबान पक्षी की तरह हो गयी जिसकी चाहत है शाम होने से पहले अपने घर लौट जाना मगर रास्ते मे कोई उसे पकड़ कर पिंजरा में डाल देता है ।
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