Tuesday, April 24, 2018

जिन्दगी क्या है , कब कौन हँसता हुआ आदमी किसी को रुला के चला जाए ये कोई नहीं कह सकता है .... एक मोह का बंधन होता है लोगो में जो ख़ुशी और दुःख दोनों का कारक है , यह बात सही है की किसी एक मात्र के जाने से न दुनिया रूकती है न किसी एक के आने से दुनिया चलना आरंभ करती है | इस दुनिया रूपी रंग मंच में हर किसी को अपना किरदार अच्छे से निभाना होता है ...भगवान ने हमे बनाया है मेरे अनुसार उन्होंने हमे खुश रहने की हर एक चीज़ दी , दुःख के लिए बस एक चीज़ ही दी ,वो है मोह ... हर व्यक्ति तब तक खुश होता है जब तक वो मोह माया से दूर होता है लेकिन इस मोह रूपी बंधन को तोड़ पाना भी हमारे हाथ में नहीं है | जन्म लेने वाला हर व्यक्ति का मरना तय है ये सभी जानते है मगर एक बंधन मोह का है जो मरने से हर व्यक्ति को डराता रहता है .....
मानव जीवन में हर कदम जोखिम से भरा होता है ... रास्ते में चलना , बंद कमरे में रहना , पानी पीना , खाना हर चीज़ में जान जाने का खतरा होता है ..होनी ये फैसला करता है कब किसको और कैसे जाना है |
इसलिए ,मेरा यह मानना है की हर किसी को सदेव इर्ष्या , द्वेष और मोह को त्याग कर आपस में प्रेम से रहना चाहिए | जब तक जिन्दगी साथ दे रही है तब तक हम आपस में प्रेम से साथ रहे...दुनिया में कई लोग है जो दुसरे को परेशानी में देख कर भी मदद करने का ख्याल नहीं करते है ,सब अपने में रमे रहते है , पैसे तो बहुत इकठा कर लेते है मगर जीवन में चैन और सुख को भूल कर मोह के पीछे भागते भागते चले जाते है | वही कुछ लोग होते है जो अपने आवश्यकता के पूर्ति के बाद ही सही लेकिन दुसरो के बारे में भी सोचते है , इसमें भी अलग आनंद होता है |
इस ठण्ड में कपकपाती बूढ़े हिल रहे हाथो से भीख मांग कर क्यों कोई जीने को मजबूर लोग दिखाई देते है , क्यों मासूम बच्चे खेलने के उम्र में रोटी को के लिए रोते दीखते है | क्यों कुछ लोगो को एक कुत्ते पे हजारो रुपये बर्बाद कर उसे पालने में ज्यादा सुख मिलता , क्यों किसी मजबूर और लाचार लोग का वो मदद्त नहीं कर पाते है |ये दुनिया अब वो नहीं रही जब लोग एक दुसरे के दुःख सुख में साथ देते थे |
लॉन्ग ड्राइव, बेमतलब की पार्टी ,etc पे एक बार होने वाले खर्च से मदद अगर किसी गरीब को कर दिया जाय तो वो इस तरह खुश होगा मानो पूरा आस्मान उनके नाम लिख दिया है कोई |
अंत में मै कहना चाहूँगा की , बहुत छोटी जिन्दगी है , जब तक जियो हसके और हँसा के जियो |

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